
जमुई शहर के जयशंकर नगर,बोधवन तालाब में
विश्व गोरिल्ला दिवस के अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा आँवला, कदम्ब, सागवान के 5 पौधे लगाए गए। पौधारोपण का नेतृत्व पर्यावरण प्रहरी प्रिंस कुमार यादव द्वारा किया गया। इस मौके पर पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा– “पर्यावरण 5 ज से बना है “। 1=ज से जल,2=ज से जमीन,3=ज से जंगल ,4= ज से जानवर और 5=ज से जन(मानव)। पर्यावरण संरक्षण हेतु जैव विविधता अतिआवश्यक है।
बता दें कि जानवरों में सबसे बुद्धिमान माने जाने वाले जीव गोरिल्ला के संरक्षण हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 24 सितंबर को विश्व गोरिल्ला दिवस निश्चित किया गया।
24 सितंबर 1967 को प्रख्यात जीव वैज्ञानिक “डायन फाॅसी ” ने अफ्रीका में खांडा के पर्वतीय वनों में गोरिल्ला रिसर्च सेंटर की स्थापना किये। उन्होंने संपूर्ण जीवन गोरिल्ला संरक्षण पर लगाये। उनके इसी विरासत के स्मरण के लिए 2017 में पहली बार 24 सितंबर को विश्व गोरिल्ला दिवस मनाया गया। इसका उद्देश्य है–” गोरिल्ला संरक्षण के प्रति संसार के मानव को जागरूक करना है “।
गोरिल्ला शाकाहारी प्राणी है। ये फल, पत्तियाँ, तने, बाँस खाकर पेट भरते हैं। रात्रि में गोरिल्ला मानव के तरह पत्तों, लकड़ियों से बने झोपड़ी में सोते हैं। परन्तु मानव जनसंख्या के अत्यधिक वृद्धि के कारण जंगलों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। गोरिल्ला का अवैध शिकार भी गोरिल्ला के जीवन पर संकट आ गया है। अतः विश्व गोरिल्ला दिवस पर पौधारोपण कर संसार के मानव को गोरिल्ला संरक्षण के प्रति जागरूक करना आवश्यक कदम है।
पर्यावरण भारती द्वारा आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में शिवानी कुमारी, प्रिंस कुमार यादव, रौनक यादव, राम बिलास शाण्डिल्य, अंकित पंडित, रवि रंजन, दिनेश यादव,अशोक यादव सहित कई लोग भाग लिए।
रिपोर्ट : ए एन ई लाईव न्यूज डेस्क









